khwab ख़्वाब Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps February 03, 2015 ख़्वाबे आरज़ु बांहों में आपकी मिली म़ौत ज़िन्दग़ी हो गई उम्मीदें रुसवाई ग़र मज़ाक़ भी हुई ज़िन्दग़ी मौत हो गई खोये है व़क्त बेव़क्त नज़रों की ज़रुरत आहटें हो गई रोके बहु... Read more