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Showing posts from September, 2015

स्त्री पति को ही गुरु बनाये प्रश्न पर प्रतिक्रिया

navdeep giri : Mera ek prshn hai . dharam grantho k anusar nari ko koi any guru nhi bnana chahiye . uske pati he guru hain ye mein manti hu . agr pati ne guru dharn kiye hon or wo patni ko kahe k tume bhi une guru bnana hai to kya kre agr nari mna kre pati se ki ap he mere guru ho or pati fir bhi kahe to kya kare . plz btaye koi galti ho to shamma chahti hu 🙏🙏🙏 धारणा की बात है कि पति कौन है ? अध्यात्म आत्मा की ही बात करता है ! और आत्मा के पति तो प्रभु जी है ... वें जगद्ग...

पद और शायरी

रसिकनी सलोनी प्रिया मंद मंद मुसुकाती प्रिया प्रेम कल्लोनि बहाती प्रफुल्लित जग में बृजराज साँवरे संग कुमुदित वन में श्यामाश्याम दरश प्यासी अंखियाँ श्याम की सताती कटा...

निरत बहे रस धारा

निरत बहे रस धारा चित् लागे रसिलि पद प्यारा मूँद-मूँद पावत मणियां होवत रहत भवन उजियारा भाव ना जानू कछु भजन ना करु कछु पद रज धरण को बावरी वन वन भटकुं और कछु आस ना बस पगली बनाय दे...