स्पंदन , तृषित
स्पंदन अन्तःकरण स्पर्शित करुण प्रभा रस स्पंदन आवेशित चेतना तापित भाव-घर्षण स्पंदन प्रीतिरमण शरदचंन्द्राभरण स्पर्शित करुणप्रभा रस अन्तर्भरण स्पंदन भावेशित विशुद्धसत्व प्राणातुर हिरण्यतपित तृषितभाव-घर्षण स्पंदन स्थूल वेदी पर कुमुदीनियों का चरण ताल स्पर्शित स्पंदन अरविन्द रागिनी सजनी उरागमन नैन झरित अश्रु स्पंदन बासंती वीणा पर फूहरित रजकन्द सौरभ मधुर पुलकित शरदिय स्पंदन हरित मन हरिणी मनहर सजिनी अधर कम्पित पद सेवनातुर स्पंदन सुरभित मन्द सुरम्य तव अंगिनी झरित रव मधुर सुगन्धित स्पंदन प्रीतिउन्मादिनी उररागिनी हियममप्राणप्रिया अधर तृषा दायिनी स्पंदन आलिंगित नित्या तरंगिनि मधुरा प्रेमातुर नितराग नव दायिनी स्पंदन अधरन झरित मधु ममहिय भाव वर्षिणी चुम्बित ममप्राण स्पंदन हियवसित सुधानिधि हितवासिनी नवरागित नवपँखुर स्पंदन मृदु-लता मधुझरपद्मिनी प्रफुल्लनयन तृषातुर कोकिल स्पंदन नीलपद्म पँखुरहंसिनी राजित चरण नवानुरागित भावांकुर जावक स्पंदन रंगित रँगीले हँसिले हँस भावन झर-झर निरखनी कुमुदिनी मुदित स्पंदन मंजुल गौरता श्यामल कालिन्दी वत्स...