श्री हरिदास सरन जे आये । कुंजबिहारी ललित लाडिले अपने जानि निकट बैठाये । रसिक आश्रय , से रस उज्ज्वल होता जाता है । श्यामाश्याम रस , यह वृन्दावन रस , युगल प्रेम और ब्रज कुँजन की र...
श्री हरिदास सरन जे आये । कुंजबिहारी ललित लाडिले अपने जानि निकट बैठाये । रसिक आश्रय , से रस उज्ज्वल होता जाता है । श्यामाश्याम रस , यह वृन्दावन रस , युगल प्रेम और ब्रज कुँजन की ...
*गौ* के जितने भी अर्थ है सभी आज पुकार रहें है सुरक्षा । हम वसुधा की सेवा नहीं कर सकते परन्तु गौ सेवा सम्पूर्ण पृथ्वी की सेवा है । गौ और भूदेवी में भेद नही है ... शास्त्र सिद्ध रहस्...
Ishq ke saat mukaam hote hain 1. Dilkashi (चाहत) 2. Unss (स्पंदन) 3. Mohabbat (अनुराग) 4. Aqeedat (श्रद्धा) 5. Ibaadat (उपासना) 6. Junoon (पागलपन) –Aur abb hum aakhiri pe hai ?– 7. Maut… निगाहें ठहरी जो मीठी मीठी होने लगी उनसे दिलकशी चाहतें दिल अटकी जो हुई यही बस एक असरे दिलकशी दिलोदि...
रंगीले प्राण - हे सखी , कैसी गौरांग छटा मुझमें भर गई है ? कब-कहाँ-कैसे मुझे इतने आभूषणों में सजाकर नवदुल्हिनी स्वरूप दान किया ?? कैसे मुझमें इन सौंदर्य श्रृंगार सौरभताओं सँग लज...
भाव राज्य भाव राज्य प्रेम राज्य रस राज्य आहा......। सब एक ही ... भाव -प्रेम - रस का अभिन्न जीवन , जीवन भी जीवन का ... मृत्यु का नहीं ॥ मूल में भाव की ही सत्ता है सर्वत्र पर भावशून्यता में ह...