सखी मोरे प्राण मराल , तृषित
सखी मोरे प्राण मराल , चुनि चुनि रसिली शरद रसाल
सखी मोरे प्राण युगल , झूमत फुलत उमगावे गुलाल
सखी मोरी प्राण निधि , रीति गुढ़ रस रति बसन्त सु पुलाल
सखी मोरी तृषित प्यारी , सजाई के लावैं तृषा भरी भरी थाल
हमहिं हमहिं हमहिं के पियप्यारी हिय मराल
हमहिं हमहिं फूलहिं झूमत , हमहिं घेरहि घुमड़ रसिली चाल
हमहिं चढ़ी अँगनी ते पहरावे उतरावे , फुलनि हियनयन सुं सिंगार
हमहिं भई बाँवरी होई होई नाची जोई खेले हमहिं के लाल
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