प्रश्न
सभी जानते है कृष्ण नन्दगांव-वृन्दावन
किस आयु तक रहे ...
मथुरा से वें आये नहीं ...
फिर रसिकों-संतों-भक्तों को युगलस्वरुप में श्री राधा जी के साथ किशोरअवस्था में
दर्शन दिये |
सभी दर्शन भी युगल स्वरुप के किशोर अवस्था के है | क्योंकि यहीं दर्शन वें
दिये है या अनुभुत कराये है जबकि
बालअवस्था में ही मथुरा चले
गये है ???
दोनों ही सत्य है !!!
आप का पक्ष क्या होगा यहाँ ...
वैचारिक तथ्य है !!
... ... .
एक और कष्ट ...
गृहस्थ ही विचारें ...
पुराणों में आता है तीन जगह जैसी
मति सदा हो जाये तो जीवन धन्य हो
जाये | आदेशात्मक है यहाँ , कि यहाँ
जैसी बुद्धि सदा रखो ... वें है -
१ शौच . २ मैथुन . ३ श्मशान !!
तीनों का कारण हम जानते है या
जान सकते है |
प्रश्न है यहाँ देवालय या मन्दिर क्युं
नहीं ?
यहाँ विचार करें !!
भगवान भी जानते है मानव देवालय
में सहज नहीं होता ! सच्चा नहीं होता ...
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