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Showing posts from 2016

विद्धं दण्डक कण्टकैः - चुभते काँटे राम को और हम - तृषित

आज प्रतिपल प्रश्न है हमारे भीतर । सवाल - जिज्ञासा आदि ठीक बात , पर विश्वास के जितने सूत्र हमें प्राप्त कही नहीँ । हमें विश्वास नहीँ ना खुद पर ना राम पर । जबकि राम स्वयं सभी अनन...

विद्धं दण्डक कण्टकैः - चुभते काँटे राम को और हम - तृषित

आज प्रतिपल प्रश्न है हमारे भीतर । सवाल - जिज्ञासा आदि ठीक बात , पर विश्वास के जितने सूत्र हमें प्राप्त कही नहीँ । हमें विश्वास नहीँ ना खुद पर ना राम पर । जबकि राम स्वयं सभी अनन...

मानस और क्रियात्मक सेवा , तृषित

पदपंकज मानस सेवा नोट-मानस सेवा कभी दोहराई नहीँ जा सकती , भाव गत कुछ भिन्नता उसे नवीनता और सरसता नित्य प्रदान करती है । क्रिया समान होने पर भी भावगत नवीनता आवश्यक है । भावसम्...

प्रियालाल नित्य एक रूप

Don't Share just read and Feel it ... श्याम सुंदर को कोई भी जानता , मानता , देखता , सुनता , समझता है तो वह श्री जु की कृपा । वरन अकेले सहज दर्शन नही इनका । सिवाय श्री जु  । शेष कोई भी इन्हें जब ही देख सकता है जब इनम...

एक सूर्य प्यासा निकला था , तृषित

एक सूर्य प्यासा निकला था कल रात कोई उसकी चाँदनी को पीने दिन भर आग बरसा कर रात में रस वो खेंच लाता चाँद की कटोरी बना कर नीली चद्दर पर सजा देता फिर दिन में खोजता ... ज्योत्स्ना ! चन...

किशोरी रस पद , तृषित

निरखत सुअंगिनी मनोहर सरस अधरन पिबत रूप पयोनिधि करहुं नयन सु-दर्शन निरत तृषित दृग निरख सरस हर्षिणी चितवन पिबत नयन सु नित पुलकित ह्वै मधुर अधरन श्यामा जबहि दृष्टि करि श्या...

हमारे ब्लॉग

[12/16, 3:53 PM] सत्यजीत तृषित: [रास रस और गोपी] is good,have a look at it! http://raasorgopi.blogspot.in/?m=1 [12/16, 3:55 PM] सत्यजीत तृषित: [Yashoda उन्मादिनी यशोदा : unmadini yashoda 1] is good,have a look at it! http://yashodakalaal.blogspot.in/2015/11/unmadini-yashoda-1.html?m=1 [12/16, 3:56 PM] सत्यजीत तृषित: [Sevika * सेविका * Devoted poetry तृषित] is good,have a look at it! http://trishitsevika.blogspot.in/?m=1 [12/16, 3:58 PM] सत्यजीत तृषित: [*** My mirror Satyajeet Bhawan *** - ...

विधान और प्रेम पथिक , तृषित

जय जय मानव को प्रभु दण्ड नहीं देता, विधान मानव को दण्ड नहीं देता, तो फिर क्या देता है ? जिस परिस्थिति से आपका विकास होता है, वही परिस्थिति आपको देता है। अकिंचन जय श्री कृष्ण 🌺🙏...