कसक , तृषित

" कसक "

"कसक" मेरे दिल की या तेरे दिल की एक ही तो बात है
"कसक" हवाओं की या तेरे केशुओं की एक ही तो बात है

"कसक" तेरी ख़ामोशी की या मेरी ग़ज़ल की एक ही तो बात है
"कसक" मेरी सांसों की सरसराहट या तेरी ज़िन्दग़ी की सरगम की एक ही तो बात है

"कसक" लहरों के मौज़ की या तेरी ख़्वाब बिखेरती निग़ाह की एक ही तो बात है
"कसक" तेरी झरती आँखों की या दिलकश झील इशारों की एक ही तो बात है

"कसक" गुलाबी कलियों की रात या तेरे होंठों से मुलाक़ात की एक ही तो बात है
"कसक" यादों में डूब जाने की या पर्बतों के ठहरने जाने की एक ही तो बात है

"कसक" तृषित के मेहबूब के आँखों की या तेरे बेताब जज़्बातों की एक ही तो बात है
"कसक" मेरे झुकें अरमानों की और तेरी बेपनाह हसरतों की एक ही तो बात है

सत्यजीत "तृषित"

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