सुकून तृषित

सुकून

सागरों में तैरते पत्ते की तलब है सुकून
हमने देखा है बस उन निगाहोँ में सुकून

सुकून वो जाम है बिन पूछे कही किसी को पिला दीजिये
यहाँ टूटते पंख और उड़ते बादल भी तलाशते है सुकून              
    ----- हमने देखा है बस उन ...

सुकून की तलब में किसी ने लिबासों का पर्बत बना लिया
चेहरा ना बदला और शीशा बदलने पर ना हाथ लगा सुकून
----- हमने देखा है बस उन ...

सुकून तो दबा है पानियों संग बह जाने में
हमने तो पानी को भी बन्द बोतलों बांध लिया 
----- हमने देखा है बस उन ...

इंसान हैरां कुछ होता है जब मिलता है परिंदों से
मछलियों की बेपरवाही और  चढ़ती चीटिंया छिन लेती बचा हुआ सुकून
----- हमने देखा है बस उन ...

सुकून की तलाश उसकी मिटी , जो नदी समन्दर से ना लौटी
लौटने की फितरत और इश्क़ में उठी चाहत खा जाती है दिल की चासनी सा सुकून
----- हमने देखा है बस उन ...

दिल की गलियोँ में साँसों का सुकून रग-रग में समाया है
ना क़दम भर पीछे , ना दो क़दम आगे, अभी चीखों ने हमारी सुकून छिपाया है
----- हमने देखा है बस उन ...

आशिक़ों का सुकून मेहबूब की निग़ाह उल्फ़त में ठहरा है
उसी हसरत में हज़रत दिल की ज़मीं पर उतरा है
----- हमने देखा है बस उन ...

ज़रा सोचो ऐ दुनियां ,क्यों है उसकी निग़ाह रहम में सुकून
फ़क़त वो तलाशता है अपने निगहबान की आँखों में सुकून
----- हमने देखा है बस उन ...

अपनी मोहब्बत के सुकून को जो गुलशन की क़ायनात जीती है
हर लम्हां हर क़तरा सुकून की हवा में तितलियों सी बहती है
----- हमने देखा है बस उन ...
सत्यजीत तृषित

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