रूप अति रसावनि
रूप अति रसावनि ।
युगलधरामृत नित् रस पावनि ।
नित् पल निमिष किशोरी संगिनी ।
अद्भुत प्रखर मधुर केलि दर्शिनी ।
रूप संग पावै युगल संग कृपामृत वर्षिणी ।
रूप जानत रूप युगल छब स्रूप रूपिणी ।
तृषित पायो रूप प्रसादी युगल दिव्य रस तरंगिणी ।
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