विरहानन्द - समर्पणानन्द

लावण्य नि:शब्द प्रीति
   विस्फरण आलौकित चेतन
त्वरित स्पर्श सर्वस्व हरण
  
नि:शान्त मृतिका देह
सुशान्त तरल मन
    प्रशान्त दीपिका पुंज
आलोकन का मधुर चुम्बन
    प्रस्फुर तिमिर विघटन
हृदयंत अंधतम् करुणम्
   त्रेनेत्र करत प्रियतम् दर्शन
अंधकृत आलिंगन
   प्रेमास्पदन आत्म विघर्षण
प्रज्ज्वल  लौ केवल तव चेतन

  मौनावृति सजीव चित्रण
वांग्मय जगत नित नव प्रयत्न
   परम् तत्व सदा अकथन
प्रतिक्षण वदन पूर्ण न लेखन
 
रुदन-करुण-विरहानन्द
प्रेम-हर्ष-उन्मदानन्द
   नृत्य-गायन-वादनानन्द
पूर्ण भाव रहस्यानन्द
  अज्ञात संचरण विलयानन्द
चक्षुजल करत अर्चनानन्द
   सरल अरविन्द सच्चिदानन्द

प्रभु तव आगमन नमन वन्दनानन्द
तृण "तृषित" न जानत जीवनानन्द
असमर्थ पावत पूर्ण समर्पणानन्द  !!
*** सत्यजीत तृषित ***

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