गणेश जी ते शुगर कर दी

[10:35am, 10/05/2015] Shailendra Dehli Fb: हमारे पौराणिक ग्रन्थो में पूर्णतया साइंस का समावेश है. भगवान गणेश जी की वंदना में आता है " लड्डूओं के भोग लागे संत करें सेवा "
एक जगह श्लोक में आता है
"गजाननं भूत गणादि सेवितं
कपित्थ, जम्बूफल , चारू भक्छनम्"
अब इन श्लोक व वंदना की साइंटिफिक महत्ता को समझने का प्रयास करते हैं --
वंदना मे भगवान श्री गणेश को लड्डूओ का भोग लगाने का निर्देशन है अर्थात भगवान को लड्डू अतिप्रिय हैं , लड्डू मीठे है, अत्यधिक मीठा सेवन करने से शुगर अथवा मधुमेह का भय है.
इसीलिये श्लोक में भगवान श्री गणेश को कपित्थ व जम्बूफल का भक्छण का वर्णन किया गया है,  कपित्थ अर्थात कैथ व जम्बूफल यानि जामुन . क्योंकि ये दोनो फल शुगर नाशक है एवं शुगर प्रतिरोध की औषधि हैं.और भगवान को चढ़ायी जाती हैं |श्लोक में किसी अन्य मीठे फल अनार आदि का प्रावधान भी किया जा सकता है परन्तु उनके मीठे लड्डूओ की प्रियता को देखते हुये कैथ व जामुन का समावेश किया गया .
आज साइंटिस्ट शुगर के इलाज के लिये शोध के बाद इन औषधियों तक पहुंचे है जबकि ये उल्लेख वन्दना व श्लोकों मे पौराणिक समय से है.
��जय श्री राधा रानी सरकार��
[10:58am, 10/05/2015] Satyajeet Bhawan: शेलेन्द्र जी ...
क्षमा करें ...
जम्बुफल वाला लेख गलत है |
किसी मुर्ख ज्योतिषी ने सिद्ध कर
दिया कि गणेश जी के शुगर थी ...
सो वें जामुन खाते थे | करीब ६ माह
पुर्व इस पर मेरी बात हो चुकी है |
यें पौराणिक श्लोक की भ्रामक व्याख्या
है | इसका प्रसार ना करें ...
गणपति रहस्य पर विस्तार से बात करेंगें |
पिछले दिनों शुगर पीडित एक व्यक्ति
से यें भी सुना की गणेश जी की बीमारी
है मुझे ... छोटे मोटो की नहीं |
कुछ वर्ष पुर्व ही पूरा भारत चीनी की
जगह खांड खाता था जो कि औषधिय
प्रभाव रखती थी |
शुगर का गणपति से कोई लेना देना नहीं |
किसी के पाखंड को बढावा ना दें | कोई
गैर हिन्दु कुछ भी कहे पर जब
हिन्दु यें कहते है तो पीडा असहनीय होती है

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